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सरदार पटेल स्टेडियम निजीकरण

Ajay Narnavre

Monday, March 22, 2021, 04:26 PM
Sardar Patel Stadium Privatization

सरदार पटेल स्टेडियम निजीकरण ओर जहां से हम भटक रहे हैं इस विषय पर प्रकाश डालने की पूर्ण कोशिश कर रहा हूँ और मूल निवासी बहुजन समाज के लिए रोजाना हक अधिकार छीन रहे हैं रोजाना हमारी मूलनिवासी बहुजन समाज को तरह तरह के सब्द से आप ओर अपमान सह रहे हैं, कभी आदिवासी को नक्सल वादी दलित को चमार हरिजन कहकर अपमान करना पिछड़े वर्ग के लोगो को एक जाति से दूसरे जाति को लड़ना अपमान करना।किसान को आंदोलन जीवी कहना या परजीवी कहना राकेश टिकेत का पुतला फूंका जाना जिन्दा रहते हुए पिंड दान करना सरदार पटेल स्टेडियम का नाम बदलना ओर फिर हिन्दू बनाकर वोट बैंक बनाना गाय के साथ मुस्लिम को जोड़कर मोब्लिंचिंग, जैसी घटनाओं को अंजाम देना आपकी जाती  अलग हो सकती है मगर समस्या अलग नही है आपका धर्म मजहब अलग अलग जातीय संगठन या धार्मिक संगठन बनाकर लड़ रहे हैं आज दलित अपने आप को नाग वंशीय कहना तो दूर अपना इतिहास तक पता नही ओबीसी को पाल मौर्य कनिष्क का पता नही जो उसकी मूल भूत पहचान है आदिवासी को संथाल मातंग गोड़ का पता नहीं जब आप अपनी सभ्यता संस्कृति को भूल जाते हो या किसी के द्वारा भुला या भटका या गुमराह कर दिए जाते हो तो बिना खोजे मुक्ति संभव नही है जिन लोगो ने आपको क्रिस्चन मुस्लिम सिख बनने के लिए मजबूर किया अपने अपने ही सभ्यता संस्कृति के भाई को दुश्मन मान लिया और लड़ रहे हो महार चमार जाटव वेरवा गोयल पासी भंगी जब सभी दलित है और नाग वंसिय है तो खुद को नाग वंशी कहने में शर्म क्यों।तो सबसे पहले में कहना चाहूंगा में यहाँ पर लेख के अंदर6650 जातियों का नाम नही ले सकता हु मगर मेरा लेख सभी के लिए समर्पित है।आपने धर्म बदले पहनावा बदला अगर आप मुस्लिम हो तो पूरी तरह मुस्लिम दिखने की कोशिश की मुछ काटी दाड़ीया ढीला कुर्ता पजमा ओर सर पर टोपी पहनकर पूर्ण मुस्लिम दिखने की कोशिश कर रहा है तो क्या कोई अन्यव्यक्ति आपको कॉपी करके दंगे फसाद बम्ब ब्लास्ट नही कर सकता रिफ्रेंस के लिए गोडसे को ले लो गोडसे ब्राह्मण था ग़ांधी की हत्या के लिए उसने अपने हाथ पर आबित खान लिखवाया ये मुस्लिम साथियो को समझना चाहिए तो ये भी आपकी वास्तविक पहचान नही सिख को ले लो क्या उसे कोई कॉपी नही कर सकता इमरजेंसी के समय नरेंद्र दामोदर दास मोदी को ले लो कच्छ के अंदर सिख बनकर छिप कर रहना पड़ा बोलो जबाब दीजिये इसी तरह पारसी को भी कॉपी किया जा सकता है और मनुवादी ब्राह्मण वादी सिख बनकर कभी मुस्लिम बनकर दंगे करवाते है बम बलाष्ट करवाते हैं नाम तुम्हारा होता है धर्म मजहब के हिसाब से आप सिख जैन बोद्ध मुस्लिम पारसी हो सकते हो मगर जो देश  का सड़ यंत्र कारी वर्ग है कलम चोर है कलम कसाई है उसकी नजर में आप अछुत हो हरिजन हो शूद्र हो धर्म परिवर्तन से आपकी समस्या कहा खत्म हुई जरा ठीक गहराई से ओर ठंडे दिमाग बुद्धि और विवेक की आंखे खोल कर जबाब दीजिये।सरदार पटेल स्टेडियम का नाम इसलिए बदल दिया गया कि पटेल लोग सड़कों पर उतरे और फिर से कोई नया सड़यंत्र खड़ा करके जाती को जाती से लड़ाया जाए और दुबारा कुर्शी पर कैसे बैठा जाए,देश का ध्यान महगाई, बेरोजगारी, एलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन किसान आंदोलन से कैसे हटाया जाए निजीकरण से ध्यान कैसे हटाया जाए यह एक वास्तविक सच्चाई है।तो मुस्लिम, सिख जैन बुद्धिस्ट, दलित पिछड़ा आदिवासी आप सभी द्रविड़ संस्कृति से हो सिंधु घाटी सभ्यता आपकी मूल सभ्यता है इसलिए आप का उद्धार केवल द्रविड़ समाज स्थापित करने का प्रयाश करे।क्योंकि धर्म जाती वर्ण मजहब आपकी वास्तविक पहचान नही है आपकी वास्तविक पहचान सभ्यता संस्कृति है इसलिए इस विषय पर सभी संगठन प्रमुख विचार करेओर द्रविड़ समाज का निर्माण करे महात्मा ज्योतिबा राव फुले ने शिक्षा के साथ साथ एक समाज का भी निर्माण किया नाम था सत्य शोधक समाज आज सत्य शोधक समाज कहा है पता नही उसी सत्य शोधक समाज के डर से महाराष्ट के ट टनकाला गाव के ब्राह्मण ने आर्य समाज की स्थापना की जिसमे सभी ब्राह्मण क्षत्रिय वेश्य एकत्रित हो गए फिर उन्ही लोगो ने विश्व हिंदू परिषद का निर्माण किया, विश्व हिंदू परिसद के लोगो ने कांग्रेश की स्थापना की कांग्रेश ने आरएसएस की स्थापना की आरएसएस ने ने जनसंगघ बनाया जनसंघ ने बजरंग दल की स्थापना की अखिल भारतीय हिन्दू  महा सभा, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा, abpb हिन्दू युवा वाहनी, करनी सेना जैसे संगठन बनाये ओर सबका कोशिश लक्ष्य एक ही है उद्देश्य एक ही है और समाज भी एक ही है केवल हमे दिखाने के लिए अलग अलग संगठन नजर आते हैं और हमको बाट ते आये है और बाट ते रहेंगे अपर काष्ट का समाज एक है विचार लक्ष्य एक उद्देश्य एक है केवल हमे संगठन पार्टी में बटे हुए नजर आते हैं बल्कि वास्तविकता में हाथी के दांत खाने के अलग दिखानेहोते है इसिलिए हाथी के मुंह को को भी देखना जरूरी है और इसी वास्तविक जानकारी के ना होने के कारण कांग्रेश आती है bjp जाती है bjp आती है कांग्रेश आती है केवल पार्टी बदलती है व्यक्ति या वर्ग नही इसलिये मेरा सभी बहुजन मूल निवासी संगठनपार्टी जाती वर्ण छोड़कर द्रविड़ समाज की स्थापना करे तभी हम लड़ाई जीत सकते हैं ।आपका अपना छोटा भाई महेंद्र अम्बेडकर बोद्ध जिला भिंड  बहुजन अधिकार संघ प्रदेश प्रभारी ममध्य प्रदेश6263660179





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