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मुंम्बा देवी

TPSG

Friday, March 31, 2023, 08:47 AM

मुंबई यह नाम बौद्धों की सबसे बड़ी देन है..!

"मुंबई का नाम यह मुंम्बा देवी के नाम से पड़ा है । बुद्ध काल से लेकर आज तक मुंबई की मुंम्बादेवी यह कोलिय वंश के लोगों की मुख्य देवता रह चुकी हैं । बुद्ध के पिताजी राजा शुद्धोधन यह शाक्य वंश के थे , और बुद्ध की माताजी रानी महामाया यह कोलिय वंश की थीं , वर्तमान के कोली (कोळी) लोग यह पुर्व के कोलिय लोग थे , और वह बुद्धिस्ट लोग थे । भारत की इतिहास में बौद्ध और अन्य राजाओं ने जितना सम्मान बुद्ध को दिया हैं , उतना ही सम्मान उनके माता-पिता को भी दिया हैं , भारत देश में अधे से ज्यादा जितने भी देवीताओं के मंदिर हैं , वह सभी बुद्ध को जन्म देनेवाली माता महामाया जी के सम्मान में ही अशोक काल में बनाए हुए मंदिर (विहार) हैं , आज की समय में कार्ला की एकवीरा से लेकर कोल्हापुर की महालक्ष्मी तक , और मुंबई की मुम्बादेवी तक यह सारे देवी-देवताओं के मंदिर बुद्ध के माताजी के ही मंदिर (प्राचीन विहार) हैं । मुंबई के लोग आज भी मुंम्बादेवी को ही पुजते है , और इतिहास देखा जाए तो सिद्धार्थ गोतम बुद्ध की मां महामाया यह कोलीय वंश की ही थी , मतलब साफ है की , मुंबई की मुंम्बा देवी यह कोई और नहीं , बल्कि बुद्ध की माता महामाया ही है , और उनके उपनाम (मुंम्बा) से ही मुंबई यह नाम पड़ा हुआ है".

- निरंजन लांडगे.

(भारत मुक्ति मोर्चा)





Tags : Buddha people of Koliya Mumbai Mumba Devi