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मुलहठी

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Monday, June 24, 2019, 07:54 PM
Mulethi

मुलहठी
    त्वचा रोगों में भी मुलहठी लाभकारी है। मुलहठी का लेप बनाकर इस्तेमाल किया जाता है। इससे त्वचा का रंग निखर आता हैं त्वचा की जलन और सूजन दूर होती है। यौवन को बनाए रखने के लिए इसका भीतरी एवं बाहरी प्रयोग काफी लाभदायी होता है।
खांसी से राहत-
    मुलहठी 1 या 2 ग्राम, पिपलामूल 1 या 2 ग्राम में गुड, शहद और घी को स्वाद के अनुसार मिलाकर 3-4 बार सेवन करने से खांसी से राहत मिलती है। मुलहठी, चंदन और अनंतमूल समभाग का चूर्ण 20 ग्राम लेकर इसे 20 ग्राम गाय के घी और 320 ग्राम दूध में पकाए। 10-15 मिनट के बाद छान लें और किसी शीशी में रख ले। इस सिद्ध घी को हल्का गर्म करके दोनों नाक में इसकी 2-2 बूंदे दिन में 2-4 बार डाले।
आंखों की जलन व बाल के लिए लाभदायक-
    आंखों की जलन दूर करने के लिए मुलहठी को जल के साथ घिसकर आंखों के उपर लेप करें। मुलहठी, काला तिल, आंवला के चूर्ण में शहद मिलाकर उसका लेप सिर पर करने से बाल मजबूत और काले होते है।
    त्वचा के जख्म में जलन और पीड़ा हो रही हो तो जौ के आटे में मुलहठी और तिल का चूर्ण तथा घी मिलाकर पेस्ट जैसा बना लें। इसे जख्म पर लेप करने से घाव शीघ्र भर जाता है।





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