भिंडी TPSG Monday, June 24, 2019, 08:22 PM भिंडी भिंडी बहुत ही पौष्टिक सब्जी होती है। यह ऐसी सब्जी होती है, जिसमें फाइबर अधिक होता है। यह आंतों को साफ करने के लिए अच्छी होती है। हमारे देश में भिंडी का उपयेाग साग-सब्जियों के रूप में किया जाता है। भिंडी से सूप, साग, सब्जी, कढ़ी तथा रायता आदि बनाए जाते हैं। इसमें से रेशेदार निकलने वाला चिकना रस रंग में डालने के काम में आता है। यह कागज उद्योग के लिय भी उपयोगी होती है। यह कई प्रकार के रोगों को ठीक करने में अधिक उपयेागी होती है। जैसे: - मंदाग्नि, प्रमेह, सूजाक, प्रदर, पीनस तथा वातरोग आदि। स्वरूप यह हरे रंग की होती है तथा इसके बीज काले या बादामी रंग के होते हैं। भिंडी स्वाद में फीकी तथा मीठी और स्वादिष्ट होती है। इसका पेड़ आदमी की ऊंचाई के बराबर ऊंचा होता है तथा इसके पत्ते बड़े-बड़े और चैड़े होते हैं। यह दो प्रकार की होती है - कांटेदार भिंडी तथा नरम भिंडी। कांटेदार भिंडी की अपेक्षा नरम भिंडी अधिक गुणकारी और पौष्टिक होती है। इसमें से रेशे निकलते हैं तथा ये रेशे चिकने होते हैं। यह भारी तथा वादी होती है। गुण भिंडी भुख बढ़ाने वाली, भारी और वादी तथा वीर्यवर्धक, कफ को नष्ट करती है, शक्ति बढ़ाती है। कैल्शियम, फास्फोरस, पोटेशियम, लोहा, तांबा, सोडियम, गंधक, प्रोटीन, आयोडीन, विटामिन ‘ए’, ‘बी’, काम्पलेक्स तथा विटामिन ‘सी’ तत्व है। इन रोगों में हानिकारक यह शीतल प्रकृति के लोगों के लिए हानिकारक होती है। खांसी, मंदाग्नि और वायु से ग्रस्त रोगी को भिंडी का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि ऐसे रोगियों के लिए यह हानिकारक हो सकती है। Tags : country fiber vegetable nutritious