पितृपक्ष TPSG Sunday, September 15, 2024, 12:31 PM पितृपक्ष शुरू होने वाला है..... जिनके मां बाप वृद्धाश्रम मे भी मरे थे वे भी पितरों को पानी पिलाना शुरू कर देंगे*.... *कितनी हास्यास्पद बात है कि गीता कहती है कि आत्मा एक शरीर को छोड़ कर दूसरा शरीर धारण करती है.... 84 लाख योनियाँ और तमाम चीज़े.... लेकिन दूसरी तरफ पितृ पानी पीने भी आ जाते हैं.... पता नही कैसे.... खैर भारत मे पंडित जी जो न करा दें वो थोड़ा है.... नासा भी हमारे पंडितो से ज्यादा ज्ञानी थोड़ी है नासा वाले क्या जाने पंडितो के बराबर... हमारे यहाँ पंडित 21 रुपये मे शनि की दिशा बदल देते हैं.... तभी तो हम विश्वगुरु हैं*.... *मैं न किसी पर व्यंग कस रहा न किसी परम्परा या व्यवसाय का विरोध कर रहा.... पैसा आपका, आस्था आपकी, फैसला आपका.... बस थोड़ा सा कष्ट इस बात का होता है कि श्राद्ध पर जो आस्था आप दिखाते हैं यदि वो मां बाप के जिंदा रहते दिखा दें तो क्या बात हो*.... *लेकिन ये आपका मनोविज्ञान है कि जो कौवा आपको पितर लगता है अगले दिन वही कौवा कहीं बैठकर विष्ठा खाता है*.... *चंद्रदेवता को यही से अर्घ दे देती हैं करवाचौथ पर् औरतें.... भले ही चंद्रयान 2 अपने मिशन मे फेल हो गया हो परंतु बिना रोवर बिना लैंडर के करवाचौथ का जल सीधे लैंड कर जाता है चंद्रमा पर.... और बढ़ा देता है पति की उम्र*.... *वो तो एहसान मानो विदेशियों का जिनकी खोज से हम कुछ जान सके.... वरना आज भी चंद्रमा कभी हमारा मामा होता और कभी महबूब.... धरती शेषनाग के फन पर टिकी होती.... और राहु केतु नाम का सिर कटा राक्षस कभी सूर्य को निगल रहा होता तो कभी चंद्रमा को। सूर्य भी एक तारा न होकर एक देवता होता जिसे प्रसन्न करने में तमाम तरह की कोशिश करते रहते। Tags : ancestors offering start