कौन है समझदार और कौन है पागल Pratima Ramesh Meshram Wednesday, May 1, 2019, 03:43 PM कौन है समझदार और कौन है पागल एक दिन एक सास नवविवाहिता दुल्हन को लेकर मंदिर जा रही थी। मंदिर के बाहर गेट पर दो पत्थर के शेर खडे थे। दुल्हन ने उन शेरो को देखकर कहा सासू मॉ मंदिर के बाहर दो शेर खडे है और बहु डर के मारे बहु कांपने लगी। सासु मॉ ने कहा कि मेरी तो तकदीर ही फुट गई कि गांव कि अनपढ औरत मेरे पढे लिखे बेटे के पल्ले बंद गई। सासु मॉ ने प्यार से बहु से कहा कि बहु यह शेर पत्थर के है खाते नही है यह तो पत्थर है। तु अन्दर चल सास और बहु मंदिर के अन्दर गई तो मंदिर मे देखा कि पत्थर कि बनी हुई गाय के पत्थर का बछडा दुध पी रहा था। बहु ने फिर कहा कि सासु मॉ आप यही रूको में घर जाकर बाल्टी लेकर आती हूँ। सासु मॉ ने कहा क्यो ? बहु ने कहा सासु मॉ दुध निकाल कर घर ले चलते है। सासु मॉ को गुस्सा आया कि तु पागल है क्या पता नही यह अनपढ कहां से आ गई मेरे तो बेटे की तकदीर ही फुट गई। बहु ने कहा सासु मॉ मुझे मंदिर में क्यो लेकर आये हो। सासु ने कहा बेटा इस मंदिर में हमारे भगवान है। इन का ध्यान रखना हमारा धर्म है। इन कि पुजा करना हमारा कर्तव्य है। यह तेरे को नवे महिने में ही एक बेटा देगा तेरे पति कि लंम्बी उम्र होगी तेरी मनो कामना पूर्ण होगी इच्छा के अनुरूप काम होगे। बहु ने कहा सासु मॉ मंदिर के बाहर दो शेरो ने मुझे नही खाया मंदिर में गाय ने मुझे दुध नही दिया तो यह पत्थर कि मुर्ति मुझे क्या बेटा देगी ओर क्या मेरी इच्छा पूर्ति् करेगा। सासु मॉ पागल में नही हू पागल आप है अरे मुझे बेटा तो तुम्हारे बेटे से ही होगा मेरी इच्छा पूर्ति मेरा पति ही करेगा। यह पत्थर कि मुर्तिया नही। - प्रतिमा रमेश मेश्राम Tags : mother this Lion