भीमा कोरेगांव Pratima Ramesh Meshram Tuesday, January 4, 2022, 08:47 AM भीमा कोरेगांव भीमा नदी के तट पर बसा,भीमा कोरेगांव पुणे (महाराष्ट्र) 1जनवरी 1818 ठंडी के दिन ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और मराठा साम्राज्य के पेशवा के बीच बाजीराव द्वितीय के नेतृत्व में 28,000 सैनिकों के साथ मराठों को पुणे पर आक्रमण करना था।भारतीय मूल के कंपनी सैनिकों मे मुख्य रूप से बाजीराव पेशवा द्वितीय के विरुद्ध बाम्बे नेटिव लाइट इन्फेंट्री से संबंधित महार रेजिमेंट के 500 महार सैनिक शामिल थे । एक तरफ28000 पेशवा जो ब्रह्मा के मुख से पैदा हुए, तो दूसरी तरफ 500 महार सैनिक जो पेशवा ओ के पशुवत अत्याचारों का बदला चुका ने की फिराक में गुस्से से तमतमाए500 महार सैनिक को के बीच घमासान युद्ध हुआ जिसमे 28000पेशवाओं की 500महार योद्धाओं से शर्मनाक पराजय (हार) हुई हमारे 500सैनिकों ने 28हजार पेशवाओं का नाश कर भारत में पेशवाई खत्म कर दी।ऐसे थे हमारे पूर्वज।और इसलिए महारो के वंशज इस युद्ध को अपने इतिहास का एक वीरता पूर्ण प्रकरण मानते हैं। कोरेगांव स्तंभ शिलालेख में कुछ हमारे शाहिद हुए शुरविरो के नाम अंकित है जो की अपना नाम नाक लिखते थे।जो महार जाति के शौर्य स्मारक के रूप में है । 🙏इस तरह हमारे पूर्वजो ने पेशवा बाजीराव द्वितीय के सेना को हराकर सुवर्ण अक्षरों में अपना इतिहास रचा, ऐसा हमारा गौरवशाली इतिहास है। Tags : Indian Origin soldier Maratha Empire British East India Company Pune (Maharashtra) Bhima Koregaon