हाँ मै वही किसान हूँ Vishal Kadve vishalk030@gmail.com Tuesday, January 4, 2022, 09:05 PM !! हा मैं वही किसान हूं !! जो देश के लिए अनाज उगाता हूं। तपती धूप में छाती से हल जोतता हूं। हा मैं वही किसान हूं,,, हा मैं,,, जब सारी दुनिया सो जाती तब रात को जमीन सींचता हूं। जब आंधी तूफान में खेत मे खड़ा रहता हूं। हा मैं वही किसान हूं,,, हा मैं,,, जब भारी बरसात में खेत के पेड़ के नीचे रहता हूं। जब फसल नही होती तो कर्ज से डूबा रहता हूं। हा मैं वही किसान हूं,,, हा मैं,,, शाहूकार के कर्ज से फाँसी पर लटकता हुआ। जब मंडी में व्यापारी भाव ना देकर माल को फेकता हुआ। हा मैं वही किसान हूं,,, हा मैं,,, जब में आधे पेट रहकर खेती करता हूं, तब आपके बच्चे पेट भर के खाते हैं। मेरे बच्चे भात-भात कहते दम तोड़ते हैं। हा मैं वही किसान हूं,,, हा मैं,,, दिल्ली के बॉर्डर में पुलिस की लाठी खाता हूं। दिल्ली में घर दार छोड़कर महीनों से बैठा हूं। हा मैं वही किसान हूं,,,, हा मैं वही किसान हूं,,,, ✍️मार्शल मंगेश गजभिये Tags : Police Lathi Kisan Border Delhi