डीएनए की जीत विदेशी ब्राम्हणो की हार Villash Kharat vilaskhrat1818@gmail.com Monday, January 10, 2022, 06:58 PM डीएनए की जीत विदेशी ब्राम्हणो की हार!! अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी ने बामसेफ के डीएनए अनुसंधान के मुद्दे को स्वीकृति दी है। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के फाउंडर सर सैयद अहमद खान साहब ने तहजीबुल अखलाख मैग्जीन भी शुरू किया था जो आज भी चल रहा है।उसे देश,दुनिया के लोग पढ़ते है,जानते है।उसके एडोटेरियल में बामसेफ के प्रो.विलास खरात द्वारा लिखित डीएनए पर आधारित किताब का जिक्र किया गया है।उसमें यह भी कहा गया है कि डीएनए अनुसंधान के आधार पर ब्राम्हणो विदेशी सिद्ध हो गए है यह बात प्रो.खरात ने एक्सपोज की है।पहले भागवत,आरएसएस उन्हें जवाब दे और बाद में मुसलमानों के डीएनए पर बोले। अब अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी ने हमारे मुद्दे को स्वीकार करना यानी तमाम स्कॉलर तथा मुस्लिम स्कॉलर ने स्वीकार करना है। भागवत की छि थू हो रही है। Tags : foreigners BAMCEF country people magazine