महार नाम का अर्थ Ajay Narnavre Friday, December 10, 2021, 12:02 PM " महार " नाम का अर्थ" .. ." महार " नाम का अर्थ सबसे बेहतरीन तरीके से सिर्फ महत्मा फुले जी ने बताया है अपनी किताब " गुलामगिरी " में। ..... भारत में रहने वाले जो बौद्ध लोग थे उनपर पुष्यमित्र शुंग ( परशुराम ) ने जब आक्रमण किया , तब बाकी के सब पुष्यमित्र शुंग ( परशुराम ) के सामने हार गए थे लेकिन बौद्ध लोगों में से कुछ लोग परशुराम के साथ २१ बार लडे थे। ... २१ बार लड़ने वाले वही शूरवीर लोगों को पुष्यमित्र शुंग ने नाम दिया था " महार " ..... " महा " मतलब बड़ा और " अरि "मतलब दुश्मन , महारी ( महार ) मतलब ब्राह्मणों का सबसे बड़ा दुश्मन। ....और महारों का मुख्य राज्य " महार-रठ्ठा " ( Now - महार-राष्ट्र ) था ....... इतना बड़ा इतिहास महात्मा फुले जी ने बताया है ..... महात्मा फुले जी को जब उनके पिता ने घर के बाहर निकाल दिया था , तब महात्मा फुले जी ने अपने पिता गोविंदराव से कहा था , " बाबा , इस देश का इतिहास अगर बदलने की हिम्मत किसी में है तो वो केवल " महारों " में है। ... क्यों की वो एक ही समाज जागृत है , बाकी के सब सोये हुए है यहाँ। ... इसलिए भले ही आप मुझे घर के बाहर निकाल दे लेकिन मैं इन्हे पढ़ाऊंगा ही " और जिस तरह से महत्मा फुले बोले थे , उसी तरह से इस देश का इतिहास एक महार ने ही बदला है , जिनका नाम था बाबासाहब आंबेडकर। ..... " आरक्षण " मूवी में सैफ अली खान एक डायलॉग बोलते है , " हमारी quality क्या है आप अच्छी तरह से जानते है , हमे बस एक chance चाहिए सर। .... हमे एक chance अगर मिल जाए , तो हममे से एक देश का संविधान लिख देता है। .... " singing के लिए अगर bollywood में chance मिल जाए तो हममे से एक सोनू निगम होता है ..... और अगर हीरो बनने के लिए chance मिल जाए , तो इन महारों में से एक सीधे " रजनीकांत " होता है , जो एक मूवी के लिए 140 करोड़ रुपये लेते है। ....... कहाँ रहे एक मूवी के 4.6 करोड़ लेने वाले अमिताभ बच्चनजी और कहाँ रहे एक मूवी के लिए 140 करोड़ रुपये लेने वाले रजनीकांत , ये फरक है तुममे और हम में। .... ये है हमारी quality जो महार अपना मूल बौध्द धम्म और उनका गौरव शाली इतिहास भूल गये थे ! जीन बौध्द राजा वों ने लगभग 1200 साल तक राज किया हो और चक्रवर्ती सम्राट अशोक जिसका राज ईरान, अफगानिस्तान,पाकिस्तान,नेपाल,बांग्लादेश और पूरा भारत( जम्बूद्वीप )पे रहा हो हम उनकी संतान है! बाबासाहाब ने १४ऑक्ट १९५६ को फिर से उन महारो को अपने मूल बौध्द धम्म मे ले आये जो अपना इतिहास भूल गये थे ! Tags : fought India Buddhist people Pushyamitra Sunga