काले पत्थर का यह बौद्ध स्मारक Rajendra Prasad Singh Wednesday, January 8, 2025, 10:56 AM अभी कुछ माह पहले लखीसराय के सूर्यगढ़ा प्रखंड के रामपुर गाँव के पश्चिम स्थित भेलवा पोखर की खुदाई में काले पत्थर का यह बौद्ध स्मारक मिला है। बौद्ध स्मारक कोई 46 किलो का है। दो मंजिला है। प्रत्येक मंजिल पर 4 - 4 बुद्ध उकेरे गए हैं। कुल 8 बुद्ध की मूर्तियाँ उत्कीर्ण हैं। यह संयोग नहीं बल्कि जान - बूझकर आठों उत्कीर्ण बुद्ध प्रतिमाओं का नाक - नक्शा ( हुलिया ) बिगाड़ा गया है ताकि प्रतिमा की शिनाख्त नहीं हो सके। संयोग कहिए कि स्मारक के निचले हिस्से में दो पंक्तियों का अभिलेख है - ये धम्मा हेतुपप्भवा ...। यह वहीं प्रसिद्ध सूक्ति है, जिसे बौद्ध साहित्य में अस्सजी - सारिपुत्त संवाद के रूप में जाना जाता है। यह सूक्ति अस्सजी की है, जिसमें उन्होंने संक्षेप में सारिपुत्त को धम्म का सारांश बताए हैं। वह सारांश यह है कि जो घटनाएँ कारण से पैदा होती हैं, तथागत ने घटनाओं के कारण बताए हैं और उनका रोकने का उपाय है, उसे भी बताए हैं। दरअसल यह बौद्ध स्मारक महाबोधि मंदिर का भावानुवाद है, प्रतिकृति नहीं है। दुनिया में आज भी महाबोधि मंदिर की कोई 39 प्रतिकृतियाँ मौजूद हैं और जो अमेरिका और चीन - जापान - कोरिया से लेकर नेपाल, बर्मा, श्रीलंका तथा थाईलैंड तक फैली हैं। Tags : deliberately coincidence Buddha statues Buddhist monument