गोबर राम जैसा नाम Narendra Shende narendra.895@rediffmail.com Wednesday, December 8, 2021, 11:44 AM Prime issue: (Mr.) Gobar Ram name given to a Shudra by Brahmins. Why, Under what circumstances and inhumanistic conspiracies? मुख्य मुद्दा: (श्री) गोबर राम जैसा नाम ब्राह्मणों द्वारा एक शूद्र को दिया गया। क्यों, किस परिस्तिथि व अमानवीय साजिश के तहत ? स्थान: बैंगलोर-560102, HSR लेआउट टाउनशिप का आगरा इलाका। स्ट्रीट वेंडर गोबर राम राजस्थान के शूद्र हैं, 5वीं कक्षा पास, उनके 3 और ग्राम सहयोगियों / कुलों द्वारा सहायता प्रदान की जाती है। वे केवल 3 आइटम बेचते हैं: समोसा, जलेबी और दाल कचौरी। उनके ग्राहक न केवल उत्तर बल्कि दक्षिण के लोग भी हैं, गरीब से लेकर मध्यम वर्ग, कार-वाले, इंजीनियर, डॉक्टर, जिनमें मैं भी शामिल हूं (कोट में मैं हूँ)। मैं अनेक वर्षो से उनका ग्राहक हूं। मुझे उनका असली/प्रामाणिक नाम कैसे पता चला? जब मैंने उनको UPI PayTm द्वारा भुगतान किया, तो वह बैंक खाते से जुड़ा वास्तविक नाम है। जब मैंने इस तरह के अपमानजनक नाम का कारण पूछा, तो उनका चेहरा शर्मीला, बेचैन, बीमार सा हो गया। तब उन्होनें बताया कि उसके माता-पिता को ब्राह्मणों ने बोला कि ऐसे नाम से बच्चे का जीवन बहुत भाग्यशाली रहेगा, उसके अच्छे भाग्य के लिए उनके माता पिता मान गये। लेकिन वह अब खुद खुश नहीं है। वह नहीं जानता कि अब वह क्या कर सकते है। उसके अपने बच्चे बाप का नाम दूसरों को बताते/स्कूल के दस्तावेजों में लिखते समय बहुत शर्माते हैं। Eurasian ब्राह्मणों, राजपूतों, बनियों के लिए सौभाग्य लाने वाले ऐसे नामों का उपयोग क्यों नहीं करते है ? शूद्र लोग पैसा देकर नाम के लिए ब्राह्मणों से क्यों सलाह लेते हैं ? डॉ. बी.आर.अम्बेडकर की सलाह के अनुसार, बहुजनो को मुक्ति प्राप्त करने के लिए इस तरह के ब्राह्मणवादी भ्रम/दलदल/मकड़जाल से बाहर निकलने के लिए शूद्र को पड़ोसी और अन्य लोगों द्वारा शिक्षित किया जाना है। Place: Bangalore-560102, Agrara Locality of HSR Layout Township. The Street Vendor Gobar Ram is Shudra from Rajasthan, 5th Standard pass, assisted by 3 more of his village colleagues / clans. They sell only 3 items: Samosa, Jilebi and Dal Kachori. His customers are not only North but also South people, right from poor to middle class, Car-walls, Engineers and Doctors, including myself (person in coat). I have been his customer for a couple of years. How did I know his real/ authentic name? When I pay him by UPI PayTm, that shows the actual name linked to the Bank Account. When I asked for the reason for such a derogatory name, then he was shy, uneasy, sickly. Then he replied that his parents were convinced by the Brahmins for his good luck because of such a name. But he himself is not happy. He doesn't know what to do now. His own children feel shy of his name while telling others / writing in school documents. Why such names are not used to bring good luck to Eurasian Brahmins, Rajputs, Banias? Why should the Shudra consult Brahmins for names and pay fee??? Shudra have to be educated by the neighborhood and others in order to come out of such Brahminical fallacy/quagmire/cob-web to achieve the emancipation, as advised by Dr. B.R. Ambedkar. Blog with reality: Ravi S. Gautam, Ex-Scientist, DRDO, 11-Nov-2021 Tags : doctors engineers car-walas class south people village associates/clans Rajasthan Street vendor